Pet Food कंपनी Drools ने जुटाई ₹500 करोड़ की फंडिंग, जानिए कितना बड़ा है इसका बिजनेस
Pet फूड में डील करने वाले स्टार्टअप Drools Pet Food Private Limited हाल ही में तगड़ी फंडिंग (Funding) जुटाई है. कंपनी को 60 मिलियन डॉलर यानी करीब 500 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली है.
पिछले कुछ सालों में पालतू जानवर यानी पेट (Pet) रखने का चलन तेजी से बढ़ा है. कोरोना काल में इसमें तगड़ी तेजी देखने को मिली. इसी बीच Pet फूड में डील करने वाले स्टार्टअप Drools Pet Food Private Limited हाल ही में तगड़ी फंडिंग (Funding) जुटाई है. कंपनी को 60 मिलियन डॉलर यानी करीब 500 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली है. यह फंडिंग ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म L Catterton ने की है.
भारत में पेट फूड सेक्टर में L Catterton ने मारी एंट्री
इस निवेश के जरिए L Catterton ने भारत में पेट फूड सेक्टर में एंट्री मारी है. इस कंपनी को दुनिया भर में पेट फूड ब्रांड्स बनाने का एक लंबा अनुभव है. अमेरिका की इस इन्वेस्टमेंट फर्म के जरिए ड्रूल्स को भारत के बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बनाने में मदद मिलेगी.
Drools के फाउंडर फहीम सुल्तान कहते हैं कि हम इसके ग्राहकों के डेटा, ऑपरेशन का तरीका और कमर्शियल नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए अपने ब्रांड को मजबूत करने और अच्छा टैलेंट रिक्रूट करने के लिए उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि भारत में पालतू जानवरों का तेजी से डेवलप होता बाजार मेट्रो शहरों में लगातार बढ़ता ही रहेगा. साथ ही टीयर-1 और टीयर-2 शहरों में भी यह बाजार तेजी से बढ़ेगा. ऐसे में हम आने वाले सालों में कंपनी में एक तगड़ी ग्रोथ देख रहे हैं.
कई कैटेगरी में है ये कंपनी
TRENDING NOW
6 शेयर तुरंत खरीद लें और इस शेयर को बेच दें; एक्सपर्ट ने निवेशकों को दी कमाई की स्ट्रैटेजी, नोट कर लें टारगेट और SL
इस कंपनी को मिला 2 लाख टन आलू सप्लाई का ऑर्डर, स्टॉक में लगा अपर सर्किट, 1 साल में 4975% दिया रिटर्न
साल 2010 में बने इस स्टार्टअप Drools के पोर्टफोलियो में Pure Pet, Meat Up, Canine Creek और Kitty Yum जैसे ब्रांड शामिल हैं. इस स्टार्टअप की शुरुआत तो कुत्ते-बिल्लियों के लिए सिर्फ ड्राई यानी सूखे खाने की चीजें बनाने से हुई थी. हालांकि, अब यह कंपनी वेट फूड्स भी सप्लाई करने लगी है. इतना ही नहीं, यह स्टार्टअप ट्रीट्स और सप्लिमेंट्स में भी एंट्री कर चुका है.
विदेशों में भी है मौजूदगी
इस कंपनी ने पिछले करीब एक दशक में अपनी मौजूदगी सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों तक में दर्ज करा ली है. मौजूदा वक्त में इस स्टार्टअप के प्रोडक्ट्स 20 से भी ज्यादा देशों में मौजूद हैं. श्रीलंका और नेपाल में भी ड्रूल्स के भी प्रोडक्ट बिकते हैं.
34 हजार से भी ज्यादा हैं स्टोर
L Catterton Asia में पार्टनर अंजना सशिधरन कहती हैं- Drools को जो बाकी सब से अलग बनता है, वह है कि इसकी हाई-क्वालिटी प्रोडकत्ट बनाने की क्षमता, वो भी अलग-अलग प्राइस सेगमेंट में. साथ ही इन प्रोडक्ट्स को अमेजन, फ्लिपकार्ट या 34 हजार से भी अधिक स्टोर्स के जरिए तमाम चैनलों से सभी पेट पैरेंट्स तक पहुंचाना भी बहुत खास बात है. कंपनी की कई सारी वेटनरी शॉप हैं, वेटनरी क्लीनिक हैं और जनरल ट्रेड स्टोर्स हैं.
04:37 PM IST